“बेटा, रिटायरमेंट के बाद कोई स्कीम बताओ, जिसमें हर महीने पक्का पैसा आए और पैसे भी सुरक्षित रहें।”
ये बात मेरी मौसी ने मुझसे कही थी। मैं सोच में पड़ गया क्योंकि हर स्कीम के पीछे कुछ न कुछ ऐसा ज़रूर होता है जो हमें शुरुआत में कोई नहीं बताता। आज मैं उसी बात को दिल से और पूरी ईमानदारी से आपके सामने रख रहा हूँ — PM वय वंदना योजना के बारे में।
Pradhan Mantri Vaya Vandana Yojana 2025 क्या है
PM वय वंदना योजना सरकार द्वारा चलाई गई एक पेंशन योजना है, जो केवल 60 साल या उससे ऊपर की उम्र वाले लोगों के लिए है। इस योजना को LIC संभालती है, यानी निजी बैंक या एजेंट नहीं — सीधे सरकार की निगरानी में।
आप इसमें एक बार पैसा लगाते हैं और फिर अगले 10 साल तक हर महीने (या तिमाही/छमाही/सालाना) एक फिक्स पेंशन मिलती है।
क्या मिल रहा है इस योजना में?
विवरण | जानकारी |
---|---|
उम्र सीमा | 60 साल या उससे अधिक |
निवेश की सीमा | ₹1.5 लाख से ₹15 लाख |
पेंशन विकल्प | मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक, वार्षिक |
ब्याज दर | करीब 7.4% सालाना (10 साल के लिए फिक्स) |
योजना अवधि | 10 साल |
पैसा कौन देता है | LIC (सरकारी कंपनी) |
लोन सुविधा | तीसरे साल के बाद मिलती है |
👉 अगर आपने ₹15 लाख लगाए, तो करीब ₹9,250 हर महीने मिलते हैं।
लेकिन सच्चाई इतनी सीधी नहीं है – चलिए अब बात करते हैं असली चीज़ों की
LIC या सरकार आपको जो बताएगी उसमें सब कुछ चमकदार लगेगा। लेकिन जब आप खुद गहराई से सोचेंगे या असली अनुभव जानेंगे तो कई बातें सामने आएंगी — जो अक्सर छुपा ली जाती हैं लोग आपको इन योजना ओ से वंचित रखते है
1. Nominee को सिर्फ निवेश की रकम मिलती है – पेंशन का हिसाब नहीं होता
बहुत लोग समझते हैं कि अगर पॉलिसीधारक की मृत्यु हो गई तो जितना पैसा उन्होंने जमा किया + जितनी पेंशन ली उसका कुछ जोड़ मिलेगा
सच्चाई यह है:
अगर आपने ₹10 लाख लगाए और 5 साल तक पेंशन ली — तो आपके जाने के बाद आपके परिवार को सिर्फ ₹10 लाख मिलेंगे जो आपने लगाया था।
👉 जो पेंशन ली है, वो LIC की कमाई हो जाती है।
2. जल्दी पैसा चाहिए तो कटौती झेलनी पड़ेगी
केवल गंभीर बीमारी या अत्यंत ज़रूरत की स्थिति में ही आप इसे बीच में बंद कर सकते हैं। लेकिन उस समय भी आपको पूरी रकम नहीं मिलती — उसमें से कुछ काट लिया जाता है।
उदाहरण:
लखनऊ के केशव जी ने ₹15 लाख लगाए थे पर उन्हें तीन साल बाद इलाज के लिए पैसा निकालना पड़ा। LIC ने ₹14 लाख ही लौटाए तो आप ही बताये क्या हुआ होगा
3. महंगाई का मुकाबला नहीं कर पाएगी ये पेंशन
आज ₹9,000 पेंशन ठीक लग रही है। लेकिन 6-7 साल बाद जब दवाइयों, दूध, बिजली, किराया सब महंगा हो जाएगा, तब यह पेंशन काफी कम लगेगी।
👉 इसमें महंगाई के हिसाब से पेंशन नहीं बढ़ती, यानी हर साल आपकी क्रयशक्ति घटती है।
4. टैक्स भी देना पड़ेगा
LIC कभी भी ये खुलकर नहीं बताता कि इसमें मिलने वाली पेंशन पूरी तरह टैक्सेबल है। यानी अगर आपकी कुल सालाना आय ₹5 लाख से ज़्यादा है तो इस पेंशन पर भी टैक्स देना होगा जिस से आप अनजान रहते हो
👉 कई वरिष्ठ नागरिक सोचते हैं कि सरकारी स्कीम है तो टैक्स फ्री होगी — पर ऐसा नहीं है।
5. LIC के एजेंट कई बार Commission के चक्कर में अधूरी जानकारी देते हैं
मैंने खुद देखा है कि बहुत से एजेंट बस पेंशन दिखा कर योजना बेच देते हैं — पर रिटर्न, टैक्स, लिक्विडिटी जैसी बातें या तो छुपा लेते हैं या हल्के में बताते हैं।
असली जीवन की दो सच्ची कहानियाँ
✅ श्रीमती लता देवी, जबलपुर – सही प्लानिंग का फायदा
लता देवी (65) ने ₹7.5 लाख PMVVY में और ₹7.5 लाख SCSS में लगाए। दोनों से उन्हें हर महीने ₹12,000 की पेंशन मिलती है। वे कहती हैं –
“मैंने पूरा पैसा एक स्कीम में नहीं लगाया। कहीं अगर कुछ गड़बड़ हो, तो दूसरा ऑप्शन तो है।”
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👉 ये एक समझदारी भरा कदम था।
रामस्वरूप जी, मेरठ – एक गलती, और पछतावा
रामस्वरूप जी ने पूरे ₹15 लाख PMVVY में लगाए। 3 साल बाद बेटी की शादी के लिए पैसा निकालना पड़ा। कटौती के बाद उन्हें सिर्फ ₹13.9 लाख मिले। उन्होंने कहा –
“काश थोड़ा पैसा FD या म्यूचुअल फंड में रखा होता।”
👉 यह स्कीम इमरजेंसी के वक्त आपकी मदद नहीं करती।
तो आखिर किन बातों का ध्यान रखें?
- पूरे पैसे को एक जगह न लगाएं।
- पहले अपनी जरूरतें (दवा, मेडिकल खर्च, बच्चों की मदद) को सुरक्षित रखें, फिर निवेश करें।
- हर स्कीम को पढ़ें — सिर्फ भरोसे के आधार पर पैसा न लगाएं।
- टैक्स की स्थिति समझें — वरना बाद में झटका लग सकता है।
- स्कीम की Exit Policy जरूर जानें — खासकर अगर कभी बीच में पैसा निकालना पड़े।
बाकी पेंशन स्कीम्स से तुलना – कौन किसमें बेहतर है?
योजना | ब्याज दर | टैक्स लाभ | महंगाई से सुरक्षा | पेंशन की गारंटी | लिक्विडिटी |
---|---|---|---|---|---|
PMVVY | 7.4% | नहीं | नहीं | हां (10 साल) | कम |
SCSS | 8.2% | हां (80C) | नहीं | नहीं | ठीक-ठाक |
NPS | Market Based | हां (80CCD) | हां | नहीं | ज़्यादा |
👉 PMVVY उन बुज़ुर्गों के लिए ठीक है जो बिलकुल भी जोखिम नहीं लेना चाहते और हर महीने एक फिक्स रकम चाहिए।
क्या करें?
अगर आप:
- एक तय और सुरक्षित पेंशन चाहते हैं,
- पैसे को 10 साल तक फिक्स कर सकते हैं,
- टैक्स की चिंता नहीं है,
तो PMVVY एक अच्छा विकल्प है।
लेकिन अगर आप:
- कुछ बेहतर रिटर्न चाहते हैं,
- टैक्स बचाना चाहते हैं,
- या महंगाई से लड़ने लायक विकल्प ढूंढ रहे हैं,
तो PMVVY के साथ दूसरी योजनाएं भी देखें।
अंत में एक सच्चा सुझाव
PM वय वंदना योजना कोई जादू की छड़ी नहीं है लेकिन समझदारी से इस्तेमाल की जाए तो यह आपके जीवन का सहारा बन सकती है। एक तरह से देखे तो ये आम आदमी के साथ अत्याचार करते है लेकिन आपको भी मेरा ये ही सुझाव है की तुम अपना विवेक का इस्तेमाल करो फिर कही आप अपना मेहनत का पैसा लगाओ अब सोचना आपको
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PM वय वंदना योजना कोई जादू की छड़ी नहीं है, लेकिन समझदारी से इस्तेमाल की जाए, तो यह आपके जीवन का सहारा बन सकती है।